डेंगू का सबसे सरल उपचार:-
डेंगू के केस में हम सबसे बड़ी ग़लती ये करते हैं की हम डेंगू को उग्र होने देते हैं बुखार होते ही आप डाक्टर से मिलते हैं. डाक्टर बोलता है की अभी 5 से 6 दिन प्रतीक्षा कीजिए. उस के बाद जाँच में पता लगेगा की डेंगू है या नहीं. 6 दिन की प्रतीक्षा का ये अर्थ नहीं है की रोगी को पहले दिन डेंगू नहीं है बल्कि इसका मतलब ये हैं की डेंगू का ये वायरस पहले दिन इतनी सूक्ष्म अवस्था में होता है की मशीन इसको पकड़ ही नहीं पाती और 6 दिन होते ही यह इतनी संख्या में हो जाता है की जाँच मशीन से देखा जा सके.
यहाँ पर रोगी को बेवजह 6 दिन पीड़ा झेलनी पड़ती है. अनेक केसों में शरीर खुद ही डेंगू वायरस को इन 6 दिनों में मार कर स्वस्थ हो जाता है.. किंतु जिनका शरीर ऐसा नहीं कर पाता वह गंभीर अवस्था में पहुँच जाते हैं.
देखने वाली बात यहाँ पर यह है की पूरे विश्व में अब तक डेंगू की कोई दवा ही नहीं बनी है. ऐसा अँग्रेज़ी चिकित्सा का कहना है.
किंतु आयुर्वेद में इसका उपचार हज़ारों वर्ष से उपलब्ध है. डेंगू का सबसे सरल उपचार है आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता. आप जैसे ही इस क्षमता को बढ़ा देते हो तो शरीर खुद ही डेंगू वायरस को मार देता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता ही वह क्षमता है जो हर रोग को शरीर से बचा कर रखती है. आपको बस थोड़ी सी जागरूकता की आवश्यकता है डेंगू आपको छू भी नहीं पाएगा.
सबसे पहले तो ये करें की 6 दिन तक डेंगू की पुष्टि होने की प्रतीक्षा मत कीजिए डेंगू के वायरस को शुरू में ही मार देना सबसे सरल है.
निम्न उपायों को प्रयोग कीजिए
गिलोय की ताजी डंठल 8 इंच लंबी लीजिए. इसको कूट कर एक गिलास पानी मे उबाल लें जब पानी आधा बच जाए तो छान कर गुनगुना या ठंडा पीला दीजिए. दिन में 3 बार करें.
ताज़ा गिलोय के अभाव में क्या करें?
किसी भी पंसारी से सूखी गिलोय लीजिए और पीस लीजिए.
अब एक चम्मच पाउडर (5 ग्राम) को एक गिलास पानी में उबाल लीजिए और जब पानी एक तिहाई बच जाए तो छान कर ठंडा या गुनगुना दीजिए. दिन में 3 बार.
इस काढ़े में यदि कुछ पत्ते तुलसी कुछ अदरक और कुछ काली मिर्च भी डाल दी जाए तो प्रभाव और भी बढ़ जाता है.
रसदार फलों का सेवन अधिक से अधिक करवाइए.
जैसे मोसम्मी अंगूर, पपीता, कीवी, आदि.
ताज़ा हरा नारियल दिन में 3 से 4 बार दीजिए.
सुबह खाली पेट एलो वेरा का ताज़ा गूदा भी रोगी को ज़रूर खिला दीजिए.
दूध और गेंहू के दलिये का भी नित्य सेवन करे.
इन सभी का पालन करने से अधिकतर रोगी बिना किसी अन्य औषधि के ही स्वस्थ हो जाते हैं. और ना कोई जोड़ों का दर्द या कमज़ोरी शरीर में आ पाती है.
डेंगू जितना जल्दी पकड़ में आये उतना जल्दी उपचार आसान हो जाता है और रोग जल्दी ख़त्म होता है.
रोगी के खान पान का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि बिना खान पान कोई दवाई असर नहीं करती.
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